तेलंगाना स्थापना दिवस: उत्सव (Telangana Formation Day: Celebrating)

तेलंगाना स्थापना दिवस: उत्सव (Telangana Formation Day: Celebrating)

तेलंगाना स्थापना दिवस एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है जिसे हर साल 2 जून को मनाया जाता है। इस दिन का तेलंगाना राज्य के अलग होने के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। तेलंगाना राज्य 2014 आंध्र प्रदेश से अलग होकर बन गया था। तेलंगाना राज्य के लोगो के लिए ये दिन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण दिन है क्यूकी इस दिन कई सालों से चले आ रहे संघर्ष में तेलंगाना के लोगो को विजय प्राप्त हुई थी। इस दिन तेलंगाना को उनकी पहचान, उनकी संस्कृति, उनके जीवन के बारे में अलग पहचान मिली थी।
इस दिन तेलंगाना राज्य में बहुत से कार्यक्रम और उत्सव मनाए जाते है जो तेलंगाना की समृद्ध विरासत और प्रगति का जश्न मनाने के लिए होते हैं। 

तेलंगाना का इतिहास।

तेलंगाना एक ऐसा राज्य है जो अपनी संस्कृति, पहचान और विभिन्न रीति रिवाजो के लिए जाना जाता है। तेलंगाना राज्य जो पहले आंध्र प्रदेश का हिस्सा था जो साल 2014 में अलग हो गया और तेलंगाना के नाम से जाना जाने लगा। तेलंगाना का इतिहास गहरे आंदोलनों, इच्छाओं और समस्याओं की उपस्थिति के साथ भरा हुआ है। तेलंगाना जो अपने लिए एक अलग राज्य के लिए बहुत लम्बे समय से लड़ रहा था उसकी पहली चिंगारी 1950 में उठी थी। जब भारत में भारतीय राज्य का पुनर्गठन भाषा के आधार पर किया जा रहा था।तेलंगाना राज्य अपने लोगो के लिए अपने इतिहास, अपनी भाषा, अपनी संस्कृति और अपने त्योहार के लिए अलग राज्य की अलग मांग की थी। तेलंगाना राज्य का सारे आंदोलन से होकर गुजरा है और वहा के लोगो के द्वारा किए गए आंदोलन की वजह से 2 जून 2014 को तेलंगाना राज्य का अलग से गठन हुआ।

तेलंगाना सरकार।

तेलंगाना की सरकार भारत सरकार की सरकार है। तेलंगाना एक द्विभाषिक राज्य है, जिसमें तेलुगू और उर्दू भाषा का उपयोग होता है। तेलंगाना सरकार नगरीय प्रशासनिक विभागों, मंत्रालयों और विभिन्न विभागों के माध्यम से राज्य की प्रशासनिक कार्यवाही निर्देशित करती है। तेलंगाना सरकार की मुख्य निदेशालय है 'तेलंगाना सचिवालय' जहां पर तेलंगाना सरकार की बड़ी से बड़ी निर्णय लिए जाते हैं।

तेलंगाना संस्कृति।

तेलंगाना की संस्कृति का मिश्रित संस्कृति है जहां हर धर्म के लोग आप में मिल जुल कर रहते हैं। अगर हम बात करे इतिहास की तो यहां बहुत से राजो ने राज किया है जैसे, इस क्षेत्र की भूमि पर बड़े पूर्वी चालुक्य, काकतीय, विजयनगर, कट्टबोम्मा, कोटि, अशफ़ज़ शाही और निजामी साम्राज्यों के शासनकाल की अद्वितीय उपलब्धि रही है। जैसे हर राज्य का अपना अलग संस्कृति होती है, अपना अलग गीत होता है ठीक वैसे ही इस राज्य को भी इसकी संस्कृति, यह की भाषा, गीत और नृत्य के लिए जाना जाता है। यहां पर हिंदू और मुस्लिम दोनो की संख्या होने की वजह से हमें मंदिर और मस्जिद दोनो देखने के लिए मिलते हैं।

तेलंगाना की उपलब्धियां।

जब कोई राज्य अलग बनता है तो अपने राज्य को चलाने के लिए बहुत से कार्य करता है जिस वजह से उन्हें बहुत सी उपलब्धियां प्राप्त होती है। तो चलिये आज हम सब तेलंगाना के उपलब्धियो के बारे में जानते हैं।
1 :- भौतिक विकास (इंफ्रास्ट्रक्चर विकास)
हर राज्य को चलाने के लिए राजस्व कमाने के लिए बहुत सारे काम करने पड़ते हैं उनमें से एक कार्य ये भी है कि वो राज्य अपने इंफ्रास्ट्रक्चर का  विकास अच्छे से करे। तेलंगाना ने अपने राज्य के विकास के लिए  सड़कों, पुलों, बिजली, पानी आपूर्ति, गैस आपूर्ति, औद्योगिक क्षेत्रों की विकास के लिए प्रयास किए हैं। और उनके इस प्रयास से वो अपने राज्य का भौतिक विकास कर पाए हैं।
2 :- आईटी और सॉफ्टवेयर
आज का समय एक ऐसा समय है जो पूरी तरह से ऑनलाइन हो गया है जिसकी वजह से आईटी और सॉफ्टवेयर क्षेत्र बढ़ गया है। तेलंगाना राज्य ने आईटी और सॉफ्टवेयर की दुनिया में अच्छी उन्नति प्राप्त की है। हैदराबाद तेलंगाना का आईटी हब बन गया है। आईटी और सॉफ्टवेयर के क्षेत्र ने वहा पर बहुत से नौकरी के अवसर प्रदान की है।
3 :- कृषि विकास।
जैसा कि सबको पता है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि भारत देश के हर क्षेत्र में होती है। तेलंगाना राज्य बनने के बाद यहां की सरकार ने भी कृषि के क्षेत्र में बहुत से विकास किया है। र्यटू बंधु योजना के तहत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है  और कृषि के विकास में मदद की जाति है।

तेलंगाना की प्रगति।

एक राज्य अपने राज्य की जनता के लिए अच्छा कार्य तभी कर पाएगा जब वो लगतार प्रगति की तरफ बढ़ रहा होगा। तेलंगाना सरकार ने भी अपने राज्य की प्रगति के लिए हर क्षेत्र में कार्य किया है।
1. शिक्षा में सुधार :-
 तेलंगाना सरकार ने अपने शिक्षा के सुधार के लिए बहुत सारे काम किए हैं। उन्होंने शिक्षा के लिए अधिक बजट घोषित किया है। नए नए स्कूल और कॉलेज की स्थापना की है। अच्छे के शिक्षकों की भरती की है और उन्हें अच्छी ट्रेनिंग दी जा रही है।
2. आर्थिक विकास :-
 तेलंगाना ने अपने राज्य के आर्थिक विकास पर ज्यादा ध्यान दिया है उन्‍होंने रोजगार के नए अवसर निकाले हैं और स्टार्टअप पर ज्‍यादा ध्‍यान दिया है।
3. जल संसाधन :-
 तेलंगाना सरकार ने अपने जल संसाधन पर ज्यादा ध्यान दिया है। यहां की सरकार ने नए बांध बनाए और नदियों को साफ किया ताकि हर जगह साफ पानी पहुंच सके।
4. मानव संसाधन :-
 किसी भी राज्य की प्रगति के लिए सबसे बड़ी जरूरत होती है मानव संसाधन की। मानव संसाधन ही  किसी राज्य की सबसे बड़ी जरूरत होती है। क्यूकी बड़े बड़े मशीनों को मानव संसाधन के द्वार ही क्यूकी बड़े बड़े मशीनों को मानव संसाधन के द्वार ही किया जाता है संचलित  किया जाता है।

तेलंगाना उत्सव।

तेलंगाना राज्य अपने त्योहार के लिए भी जाना जाता है उन त्यौहार में से कुछ महत्वपूर्ण त्यौहार कुछ इस प्रकार से है।
1 :- बठुकम्मा पंडुग।
2 :- बॉनालु पंडुग।
3 :- बठुकम्मा तालाटट्टू।

निष्कर्ष (conclusion) 

इस लेख की मदद से हमने ये जाना  है कि तेलंगाना राज्य कैसे बना और इसकी संस्कृति, त्योहार क्या क्या है।

धन्यावद...🤓


 


 

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