राम सेतु की सच्चाई क्या है रामसेतु के रोचक तथ्य . Ram Setu ki sachai kya hai aur uske rochak tathya.

 

राम सेतु की सच्चाई क्या है रामसेतु के रोचक तथ्य ,Ram Setu ki sachai kya hai aur uske rochak tathya.

रामसेतु एक धार्मिक और ऐतिहासिक सेतु है जिसे भगवान राम ने हनुमान जी के साथ मिलकर अपनी पत्नी सीता जी को लंका के राजा रावण के चंगुल से वापस लाने के लिए बनाया था। राम सेतु, जिसे भीमा सेतु भी कहते हैं, एक पुराना इतिहासिक और धार्मिक स्थल है जो भारतीय महाकाव्य रामायण के अनुसार भगवान राम द्वारा बनाया गया था। इसे भारतीय राज्य तमिलनाडु के रामेश्वरम और श्रीलंका के मनरेसर बीच पाया जाता है। यह अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। आज के विषय में हम रामसेतु के बारे में अच्छे से जानेंगे।


रामसेतु का इतिहास।

तो सबसे पहले हम रामसेतु के इतिहास के बारे में जानते हैं। राम सेतु का इतिहास बहुत ही पुराना है इसका वर्णन भारतीय महावाक्य रामायण में बहुत अच्छे से मिलता उई। श्री राम जी ने अपने भाई लक्ष्मण जी और हनुमान जी के साथ मिलकर इस सेतु का निर्माण किया था। संगठित रूप से, रामसेतु के निर्माण की कथा इस प्रकार है की जब श्री राम, लक्ष्मण और माँ सीता जी वनवास के लिए अयोध्या का त्याग किया था और वनवास के लिए गए तब वनवास काल के समय ही लंका के राजा रावण ने एक साधु का वेश बदलकर मां सीता का हरण कर लिया था और रावण अपने साथ मां सीता का अपहरण कर के अपने साथ लंका ले गया था। श्री राम और लक्ष्मण जी हनुमान जी के साथ मिलकर राजा सुग्रीव की सेना को साथ लेकर माता सीता की तलाश करने लगे। हनुमान जी के द्वारा पता लगाए जाने के बाद की माता सीता लंका में है उसके बाद ही श्री राम ने और लक्ष्मण जी, हनुमान और सुग्रीव की सेना के साथ मिलकर इस रामसेतु का निर्माण किया था।

रामसेतु का निर्माण।

रामसेतु का निर्माण, जो भीमा सेतु या रामसेतु के नाम से भी जाना जाता है, भगवान राम और उनकी सेना द्वारा किया गया था। रामसेतु का निर्माण रामायण काल में हुआ था। श्री राम भगवान को पता चलने के बाद की मां सीता लंका में है तब अनहोने ने सुग्रीव, हनुमान जी और वानर सेना के साथ मिलकर उस रामसेतु का निर्माण किया।माता सीता को चढ़ाने के लिए श्री राम को भारिया महासागर को पार करने की आवश्यक्ता थी। क्या समस्या के समाधान के लिए श्री राम ने वानर सेना के साथ मिलकर बड़े बड़े पत्थरों कि समुद्र में फेंक कर एक रामेस्तु का निर्माण कराया और अपनी सेना के साथ मिलकर लंका गई अपनी पत्नी सीता को छुड़ाने। रामसेतु का निर्माण महान निर्माण क्षमता, वीरता और तीमिरी भक्ति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। यह स्थल हिन्दू धर्म में बहुत महत्त्वपूर्ण माना जाता है

रामसेतु का महत्व।

जैसा कि पता है कि रामसेतु एक धार्मिक और एतिहासिक स्थल है यह एक हिंदू के लिए धर्मस्थल है जिसकी उनकी भावना जुडी हुई है। रामसेतु का महत्व हिन्दू धर्म में विशेष मान्यता और महत्त्व रखता है। यह निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है

1 :- धार्मिक महत्व।

रामसेतु से बहुत सारे भक्तो और लोगो की धार्मिक आस्था जुडी हुई है लोगो को ये सेतु प्यार, सच्चाई और धर्म का अनुभव करवाती है। हिन्दू धर्म में रामसेतु को एक धार्मिक और पवित्र स्थल माना जाता है इसीलिये लोगो और भक्तो के लिए ये रामसेतु एक धर्मुक महत्व रखता है।


2 :- भारतीय सांस्कृतिक संबंध।

रामसेतु एक भारतीय संस्कृति को दर्शाता है। ये सेतु भारत और श्रीलंका को आपस में मिलाता है और एकदुसरे के धर्म, संस्कृति और पर्यटन को दर्शाता है। यह भारत और श्रीलंका के बीच एक महत्वपूर्ण भू-संबंध का प्रतीक है, जो दोनों देशों के इतिहास, संस्कृति और जनता के बीच एक सामरिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रतिष्ठापित करता है।

3 :- समुद्री संरक्षण।

रामसेतु भारत को एक प्रकार से समुंद्री संरक्षण प्रदान करता है। यह सेतु समुद्री स्थलों को अलग रखता है और तटों को लगातार प्रवाहों और तट अपघटों से सुरक्षित रखता है।

रामसेतु के रोचक तथ्य।

जैसा कि हम जानते हैं कि रामसेतु एक धार्मिक स्थल है तो अब हम रामसेतु के कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानेंगे।

1 :- आकार।

रामसेतु जो की भारतीय महासागर में बना हुआ है और भारत को श्रीलंका से जोड़ा है उसकी लंबाई लगभग 48 किलोमीटर है और इसकी चौड़ाई लगभग 3.2 किलोमीटर है।

2 :- ऊंचाई।

रामसेतु की ऊंचाई लगभग 12 मीटर है।

3 :- पुरातत्विक महत्व।

रामसेतु भारतीय पुरातत्व में एक महत्वपूर्ण स्थल मानी जाती है। यह स्थल अन्य महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थलों के साथ एकसंयोजन में स्थित है, जैसे कि ऋषि अगस्त्य का गुफा और ऋषिवल्लभ स्थान।


 4 :- धार्मिक महत्व।

रामसेतु को धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। यह रामसेतु श्री राम के सच्चाई और धर्म के किए विश्व प्रसिद्ध है। रामसेतु हिन्दू धर्म के अनुसार पवित्र मानी जाती है। यह भगवान राम के अद्वितीय कार्य और धर्म के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण है।

5 :- पर्यटन स्थल। 

रामसेतु एक पर्यटन स्थल भी है यहां दूर से रामसेतु को देखने के लिए और भगवान राम की सच्चाई जाने के लिए भक्तों की भीड़ लगती है। रामसेतु एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और दर्शकों को आकर्षित करता है। यहां पर्यटक रामसेतु की यात्रा करते हैं और इसकी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व का आनंद लेते हैं।

निष्कर्ष (conclusion)

इस लेख से हमें ये पता चलता है कि रामेतु का इतिहास क्या है और इसका निर्माण के साथ साथ इसके रोचक तथ्य क्या क्या है। इस लेख में लिखी हुई बात मान्यता ओर अधारित है और इस लेख से किसी भी भक्तो के भावनाओ को नष्ट करना नहीं है।

धन्यवाद....🤓





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